इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म, व्हाट्सएप ने एक इजरायली सर्वेलेंस सॉफ्टवेयर अपने App में पाया है, जिसका उपयोग हैकर व्हाट्सएप कॉलिंग फीचर को हथियार बनाकर, उपयोगकर्ताओं को संक्रमित करने के लिए कर रहे थे। हैकर्स एंड्रॉयड और आईफोन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम पर मैसेजिंग ऐप में इजरायली स्पाइवेयर को इंजेक्ट कर रहे थे।
फेसबुक की सहायक कंपनी व्हाट्सएप ने पुष्टि की है कि हमलावर ऐप के फोन कॉल फ़ंक्शन का उपयोग करके, विक्टम के फोन पर मलिशस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करने में सक्षम थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐप के कॉल लॉग्स संक्रमित फोन से गायब रहते हैं। दूरस्थ रूप से कॉल लॉग को गायब करके, उपयोगकर्ता वल्नरबिलिटी की पहचान करने की स्थिति में नहीं थे।
फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, सॉफ्टवेयर एनएसओ ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है जो सरकारों को अपने प्रॉडक्ट बेचता है। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि NSO को अपने सॉफ़्टवेयर के निर्यात की कानूनी चुनौती का भी सामना करना पड़ेगा, जो कि इजरायल के रक्षा मंत्रालय द्वारा विनियमित है।
अब कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं से एंड्रॉइड और आईफोन दोनों प्लेटफार्मों पर ऐप को नवीनतम वर्जन में अपडेट करने का आग्रह करती है। ऐप को अपग्रेड करके, इजरायली स्पाइवेयर उपयोगकर्ताओं को प्रभावित नहीं कर सकता है। हमें नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा, लेकिन, आप इस मलिशस सॉफ़्टवेयर को अभी के लिए व्हाट्सएप कॉलिंग फ़ीचर्ज़ को हथियार बनाने से रोक सकते हैं।