15 मार्च 2019 को शुक्रवार की प्रार्थना के दौरान, एक हमलावर ने क्राइस्टचर्च मस्जिद में 51 लोगों की हत्या कर दी और संदिग्ध हमलावर ने पहले हमला का वीडियो फेसबुक पर लाइव-स्ट्रीम किया था।
अपमानजनक वीडियो को लाइव-स्ट्रीमिंग करने के लिए फेसबुक पर बहुत सारे सवाल उठाये गए और इस तरह लाइव-स्ट्रीमिंग पॉलिसी पर सवालिया निशान लगा।
भविष्य में इन घटनाओं को रोकने के लिए, दुनिया के सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, फेसबुक ने लाइव-स्ट्रीमिंग नियमों को बदल दिया जो कि व्यापक अपराधों पर लागू होंगे। 14 मई 2019 को फेसबुक न्यूज़ रूम द्वारा प्रकाशित एक पोस्ट के अनुसार, जो लोग फेसबुक की “खतरनाक संगठनों और व्यक्तियों पालिसी” को तोड़ते हैं, उन्हें फेसबुक लाइव का उपयोग करने से तुरंत प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म से अपमानजनक कंटेंट्स भी हटाएगी।
फेसबुक पर प्रोडक्ट मैनेजमेंट अधिकारी के रूप में काम करने वाले गाय रोसेन ने कहा कि उन्होंने क्राइस्टचर्च के मॉडिफाइड वीडियो को भी देखा है। उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने डिटेक्शन से बचने के लिए वीडियो को मॉडिफाई किया था, ताकि इसे हटाए जाने के बाद फिर से पोस्ट किया जा सके। तीन विश्वविद्यालयों के साथ नए अनुसंधान साझेदारी में फेसबुक $ 7.5 मिलियन का निवेश कर रहा है, जिसे इमेज और वीडियो एनालिसिस तथा डिटेक्शन टेक्नोलॉजी में सुधार करने के लिए किया गया है, रोसेन ने कहा।
लाइव-स्ट्रीम नियमों को बदलकर, फेसबुक प्लेटफॉर्म पर रियल टाइम ब्रॉडकास्ट फीचर खूबसूरत क्षणों और अन्य उपयोगी वीडियो शेयर करने के लिए लोगों से आग्रह कर रहा है। नई पालिसी आज से सभी देशों के लिए लागू कर दी गई है। फेसबुक के अनुसार, जो भी लोग पालिसी का उल्लंघन करने का प्रयास करेंगे, उन्हें रियल टाइम वीडियो को फेसबुक लाइव पर प्रसारित करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।