पाकिस्तान की ड्रोन टेक्नोलॉजी में बुर्राक़ सबसे पहला एडवांस्ड फीचर्स से लैस है जो PAF और National Engineering and Scientific Commission ने मिल कर बनाया है। बुर्राक ड्रोन को Unmanned combat aerial vehicle (UCAV) टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है जिसको २००९-२०१३ के दौरान शुरू किया गया।
Burraq drone को laser guided missile से लैस किया गया है जो न केवल जासूसी करने में माहिर है बल्कि बुर्राक़ ड्रोन किसी भी खतरे से निमटने के लिए मिसाइल्स भी launch करता है। पाकिस्तान ने बुर्राक़ की मदद से वर्ष २०१५ में तिरह घाटी में आतंकवादों के कैंप पर एक कामयाब हमला भी किया था जिस से साबित हो गया की बुर्राक की एक्यूरेसी और फीचर्स बहुत ही एडवांस्ड है। कहा जाता है कि burraq drone किसी भी मौसम में उड़ सकता है।
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Burraq Features
बुर्राक़ की ख़ास बात ये है की ये रात में भी हमले और जासूसी करने की स्थिति रखता है। इसके दोने विंग्स के नीचे एक एक हार्ड पॉइंट है जो एक ही समय पर एक साथ दो मिसाइल्स ले जा सकता है। इसके नीचे एक moving sensor ball लगा है जिसमें कैमरा, infrared sensor, और laser missile को गाइड करने के लिए एक laser designator शामिल है।
- Manufacturer: Pakistan
- निरंतर उड़ान: 12 घंटे
- Gross take-on weight: 640kg
- Payload weight: 50 kg
- Camera range: 16,000 ft
- Total range: 250 km
- Key purpose: Taking pictures and live video transmission
- Sensors: day sensor, night sensor mode, laser range finder
- Mode: auto pilot
Burraq drone १६००० फीट की ऊंचाई पर उड़ता है जहां से वह सेंसर्स की मदद से टारगेट का रेंज पता करने के साथ-साथ लाइव वीडियो भी लेता है। सेंसर्स की मदद से वह टारगेट का रेंज अँधेरे में भी नाप सकता है।
Name Origin
Burraq नाम पवित्र कुरान में “Surah Al Isra” में उल्लिखित पौराणिक प्राणी से आता है। इस्लामिक परंपराओं के अनुसार, Burraq एक घोड़े का नाम है, जिसे आकाश से एक प्राणी के रूप में वर्णित किया गया है जो “नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम” को मक्का से यरूशलेम तक स्वर्ग में ले गया, और मिराज के दौरान मक्का में वापस आ गया।